” छोटी सी असफलता क्या देखी सफर छोड़ दिया और किसी ने जिगर रखा,नया रास्ता खोज लिया” नाम भी उन्ही का होता है जिनका जिगर होता हैं, कहानियाँ भी उन्ही की होती है जिनका नाम होता है और आज की कहानी भी एक ऐसे लड़के की हैं जिसने साबित कर दिया की सफलता कई जगह से पाई जा सकती हैं। बस थोड़ा दिमाग और बहुत सारा जिगरा होना चाहिए।
सच्ची कहानी
सफलता कभी तुरंत नहीं मिलती कई बार असफल होने के बाद जो अडिग रहता है रुकता नहीं है दोबारा से प्रयास करता है सफल भी वही होता है, तो आज की कहानी एक ऐसे ही लड़के की है जिसका नाम है दुर्गेश कुमार लोधी, असल मे दुर्गेश साल 2018 मे हाई स्कूल की परीक्षा मे फेल हो गए थे जिसके बाद जैसा सबके साथ होता है वैसे ही भाई को ताने सुनने को मिलने लगे घर और रिश्तेदारों से लेकिन इन्होंने इन सब चीजों को नजरंदाज किया और आज सबको गलत साबित करते हुए कुछ ऐसा कर दिखाया जिसकी वजह से वो आज पूरे इलाके मे फेमस हैं,
कौन सा बिजनेस किया दुर्गेश ने :
असल मे जब दुर्गेश असफल हो गए तो सबके ताने सुने और एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल दिया उसके बाद वो अपने गाँव गए और वहाँ पर खेती सुरू कर दी सबको लगा की कुछ नहीं हुआ तो अब ये करने आ गया लेकिन दुर्गेश ने दिमाग लगाया और उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र रायबरेली से जानकारी लेकर अपनी 2.5 बीघा पुश्तैनी जमीन पर कद्दू के साथ मिर्च की खेती शुरू कर दी, और इस समय वो एक बीघे मे कद्दू और एक बीघे से अधिक जमीन पे हरी मिर्च की खेती कर रहे है,
क्या थी लागत, क्या है कमाई :
इस खेती के बिजनेस मे करीब 30 से 40 हजार रुपए की लागत आती है जिसके बदले मे उन्हे करीब 2 लाख से ऊपर की कमाई आराम से हो जाती है, जो फसल खेत मे तैयार होती है उसको दुर्गेश ले जा कर अच्छे भाव मे रायबरेली और हैदरगढ़ की बाजार में बिक्री के लिए भेज आते हैं जहां उनकी सब्जियां आसानी से और अच्छे दाम मे बिक जाती हैं। इसमे वो इतना कमाई कर रहे है जितना एक सरकारी नौकरी करने वाला भी महीने का नहीं कमा पता होगा। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर सबको साबित करके रख दिया की वो कहाँ से कहा तक का सफर तय कर लिया और जिन्होंने ताने दिए वो भी आज खेती करने के उपाय पूछते है।
ऐसे शुरू करे ये खेती :
नौजवान किसान दुर्गेश लोधी बताते हैं की कद्दू की खेती के लिए खेत मे नालियाँ बनाकर उनपर बीज को रोप दे उसके बाद मे उसमे समय-समय पर सिंचाई करे, लेकिन एक बात का खास ध्यान रहे की पौधे से पौधे के बीच की दूरी 15 से 20 सेंटीमीटर होनी चाहिए, साथ मे हरी मिर्च की खेती के लिए भी नाली बनाकर उन पर पौध रोपाई करे, लेकिन पौधों के बीच की दूरी 35 से 40 सेंटीमीटर के बीच होनी चाहिए। जिससे पौधे का अच्छा विकास होगा और बढ़िया पैदावार भी होगी जिसके बाद मुनाफा भी दोगुना होगा।
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