Iran-Israel War in hindi: अभी विश्व में कम लड़ाइयां चल रही थी जो अब एक नई जंग भी छिड़ चुकी है पहले तो रूस यूक्रेन मे फिर इसराइल हमास युद्ध और अब ईरान और इजरायल के बीच भी जंग शुरू हो चुकी है (ईरान इजराइल युद्ध) अगर ऐसे ही जारी रहा तो हो सकता है कि World War 3 भी जल्द हो जाए,
आपको बता दें कि शनिवार की रात इजरायल पर ईरान ने मिसाइल और ड्रोन के साथ हमले किए और इस हमले के बाद से ही पूरी दुनिया में डर का माहौल है WW3 को लेकर टेंशन भी गहरा गई है क्योंकि अगर इसमें रूस और खासकर अमेरिका ने हिस्सा ले लिया तो फिर इस विश्व युद्ध को महायुद्ध होने से कोई नहीं रोक सकता।
ईरान और इजरायल के बीच जंग तगड़ी हो गई है पहले तो सिर्फ तूतू मैंमैँ तक ही सीमित थी लेकिन अब मामला मारपीट तक पहुँच चुका है , मामला सीरियस हो चुका है यह सीरियस तब हुआ जब इसराइल पर ईरान ने करीब 150 क्रूज मिसाइल और 200 से भी ज्यादा ड्रोन के हमले कर दिए
इस हमले के बाद से ही अब मामला गहरा गया है कि अगर इसराइल पलटवार कर देता है तो फिर ईरान और इजरायल युद्ध शुरू हो जाएगी वह भी एक अच्छे ढंग से साथ ही साथ इसी डर के कारण कि इसराइल पलटवार न कर दे ईरान ने उन देशों को धमकी दे दिया है जो एयर स्पेस के लिए जगह देंगे इसराइल को लेकिन यह जंग सिर्फ उन देशों तक ही सीमित नहीं है इस जंग का असर भारत पर भी पढ़ने वाला है वो भी गहरा असर।
ईरान और इजरायल युद्ध की शुरूआत:
आपको बता दूं कि 1979 के समय ईरान और इजरायल के बीच घनिष्ठ संबंध थे यानी यह दोनों एक दूसरे के गहरे दोस्त थे लेकिन इसके बाद से ही दोनों दोस्त देश कट्टर दुश्मन देश में बदल गए,
असल में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के समय से ही ईरान इजरायल से खफा था लेकिन इन दोनों के बीच तनाव अभी हाल ही में पिछले सप्ताह एक घटना की वजह से और भी ज्यादा बढ़ गया जब 1 अप्रैल को युद्धक विमानों से सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हमला किया गया था और इस हमले में करीब ईरान के एक वरिष्ठ कमांडर सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी और इस हमले का आरोप इसराइल पर लगा था जिसके बाद से ही ईरान बहुत खफा था और इसका बदला लेने को भी ईरान ने कहा था ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा था कि इसराइल को उसके ऑपरेशन के लिए सजा दी जाएगी और जल्दी इस पर फैसला लिया जाएगा
इजरायल सरकार का जवाब:
ईरान के इस बयान के बाद इजरायल सरकार ने भी साफ-साफ ईरान से कह दिया था कि अगर उन्होंने हमें नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया तो वह उन्हें छोड़ेंगे नहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में कहा था “जो कोई हमें नुकसान पहुंचाएगा हम उसे नुकसान पहुंचाएंगे हम इजरायल की सभी सुरक्षा जरूरतों का ध्यान रखते है और हर तरह से अपने देश और अपने लोगों की रक्षा करने का दम रखते है”
फँस गया भारत क्या नुकसान हुआ भारत का:
असल में भारत का खासकर यूएई और सऊदी के साथ गहरे आर्थिक संबंध है साथ ही साथ गहरी दोस्ती भी है तेल जैसी जरूरी चीजों को भारत यहां से आयात करता है और इन देशों से अरबों डॉलर के निवेश की उम्मीद भी रखता है लेकिन अगर इसराइल और ईरान में युद्ध जारी रहता है और एक बड़े स्तर पर पहुंचता है तो इन उम्मीदों पर भारत के लिए संकट पैदा हो जाएगा जो कि पहले से ही इसका असर भारत पर दिख रहा है ।
अर्थव्यवस्था पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा यह तो हम पहले ही देख चुके हैं कैसे रूस यूक्रेन और इसराइल हमास के युद्ध के बाद कैसे सारी चीजे बदली थी और कैसे मुश्किलें बड़ी थी साथ ही साथ यह भी दिक्कत है भारत के संबंध सिर्फ इजरायल के साथ ही नहीं बल्कि ईरान के साथ भी अच्छे हैं इजरायल और ईरान दोनों भारत के मजबूत और गहरे दोस्त हैं लेकिन इस उथल-पुथल के बाद भारत को बैलेंस बनाने में दिक्कत आ सकती है और किसी एक पक्ष का हिस्सा भारत नहीं ले सकता,
साथ ही साथ इस संघर्ष इस लड़ाई में भारतीयों की जिंदगी भी दांव पर लग गई है क्योंकि लाखों लाखों भारतीय लोग यूएई और सऊदी अरब में काम करते हैं तो उनकी जान पर भी खतरा मडरा रहा है साथी भारत ने भी ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए ईरान और इजरायल की यात्रा करने से मना किया है और वहां से बचने को कहा है और हो सके तो वह देश छोड़कर भारत आने की भी अपील करी है
हालांकि स्पष्ट रूप से देखा जाए तो भारत यही चाहता है कि दोनों देश शांति बनाए रखें और शांति से बैठकर इस मसले पर फैसला करें क्यूंकी कही न कही भारत की भलाई भी इसी मे है।
ईरान- इजरायल युद्ध का असर शेयर मार्केट पर:
ईरान इजरायल के युद्ध के कारण (iran israel war) अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर आयात और निर्यात पर कई देशों को प्रभाव पड़ा है जिसके बाद महंगाई पर इसका असर पड़ सकता है और भारत में भी महंगाई बढ़ने का खतरा बढ़ता हुआ दिख रहा है खासकर कच्चे तेल पर क्योंकि उधर के देशों से ही भारत कच्चे तेल आयात करता है।
इस युद्ध के बाद उनके दाम ऊपर बढ़ सकते हैं और उसी को देखते हुए इधर भी पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाए जा सकते हैं और एक्सपर्ट्स की माने तो iran israel war निवेशकों के लिए भी यानी शेयर मार्केट में पैसा लगाने वालों के लिए भी एक चिंता का विषय हो सकता है। इस युद्ध के कारण कई निवेशक मार्केट में पैसा लगाने से पीछे हट रहे है और मार्केट पर कॉन्फिडेंस नहीं दिखा रहे है जिसके कारण मार्केट गिर भी सकता है और अपना अब तक का Low भी मार सकता है मतलब शेयर मार्केट में भी गिरावट आ सकती है और वह भी तगड़ी वाली गिरावट
Bawal macha diya bhai thumne toh 👍