कुमारी इंदू की सच्ची घटना – अपने कहानी तो बहुत सुनी होगी लेकिन आज हम आपके सामने एक ऐसी असली सच्ची घटना लेकर आए हैं जिसको सुनने के बाद आप भी यही बोलोगे कि क्या ऐसा भी हो सकता है वह भी मेरे देश में, यह एक ऐसी घटना थी जिसने उस समय पूरे देश को पूरे सरकार को हर किसी को हिला करके रख दिया था इस पोस्ट में इस आर्टिकल में हम आपको आगे बताएंगे एक-एक डिटेल के साथ बताएंगे कि क्या हुआ था उस दिन कुमारी इंदु के साथ ट्रेन के अंदर सब कुछ खोल कर रख देंगे तो चलिए शुरू करते हैं
कहानी की शुरुआत :
ये कहानी है प्यार, धोखे और पल भर के गुस्से की जी ह ये घटना 2012 के समय की हैं ये कहानी की शुरूआत होती है केरल के तिरुवंतपुरम के जहां कुमारी इंदू नाम की लड़की पढ़ाई करने के लिए आती हैं लेकिन उसके साथ फिर ऐसा कुछ होता है जो उसे और उसके जीवन को हमेशा के लिए एक अंधकार मे डाल देता हैं।
कुमारी इंदू सुंदर के साथ साथ पढ़ाई मे भी काफी तेज थी हमेशा अपने काम से काम रखती लेकिन एक समय उस इंस्टिट्यूट मे उसकी मुलाकात होती हैं कॉलेज मे एक बड़े पद पर काम कर रहे लड़के सुभाष से जिसके बाद दोनों अक्सर किसी प्रोजेक्ट पर किसी काम पर साथ मे काम किया करते थे दोनों एक दूसरे की खूब मदद करते थे।
मुलाकात, दोस्ती फिर प्यार :
कुछ इसी तरह से दोनों रोज साथ मे काम करते रोज एक दूसरे से मिलते एक दूसरे का हाथ बटाते धीरे-धीरे इन दोनों के बीच दोस्ती हो जाती हैं उसके बाद दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानने पहचाने लगे थे इन दोनों के बीच नजदीकियाँ काफी तेजी से बढ़ने लगती हैं धीमे-धीमे ये दोनों एक दूसरे से प्यार कर बैठते हैं और फिर यही प्यार आगे चलकर बहुत बड़े कांड की वजह बनती हैं।
कैसे वो हम आपको आगे बताएंगे मौका देखकर सुभाष ने इंदू को प्रपोज मार दिया जिसको खुशी-खुशी इंदु स्वीकार भी कर लेती हैं इसी खुशी मे सुभाष घूमने का प्लान बनाता है जो की वो इंदू को बताता भी हैं और इसी सफर ने कहानी को कुमारी इंदू की सच्ची घटना का उपनाम दे डाला आखिर कैसे वो हम आपको आगे बताएंगे।
तिरुवंतपुरम से कोझिकोड का आखिरी सफर :
प्यार मिलने की खुशी मे सुभाष इंदू के साथ 24 अप्रैल 2012 को तिरुवंतपुरम से कोझिकोड के लिए दो ट्रेन की टिकट बुक करता हैं लेकिन उसका असली मकसद घूमना नहीं था बल्कि उसने पूरी तैयारी कर रक्खी थी इंदू के साथ शादी करने के लिए उसका प्लान था कोझिकोड पहुंचकर इंदू के साथ शादी करने का जो की ये बात खुद इंदू को भी नहीं मालूम थी लेकिन असली खेल तो अब शुरू होता यानि की इस खौफनाक कहानी मे बड़ा मोड़ तब आता हैं।
जब इंदू के माता-पिता उसके दोस्त उनके मुताबिक यानि की सुभाष के घर पहुँच जाते हैं इंदू की शादी का कार्ड लेकर और कहते है की इंदू की शादी तय कर दी गई है और आप उसके प्रिय दोस्त है तो आपको जरूर आना है ये सुनकर पहले तो सुभाष हैरान हो जाता हैं लेकिन फिर पूछता है की क्या ये शादी इंदू खुशी-खुशी अपने मर्जी से कर रही हैं तो वहाँ खड़े इंदू के माता-पिता बोलते हैं ह ये उसी की मर्जी हैं और उसी ने शादी के लिए हाँ करी है जिसके बाद सुभाष एक पल के लिए वही सुन हो जाता हैं और वही का वही कई देर तक खड़ा ही रह जाता हैं पर वो इंदू से बात करना चाहता था इसी लिए उसने कोझिकोड जाने वाले प्लान को कैन्सल नहीं किया फिर …..
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25 अप्रैल 2012 :
ये वो तारीख हैं जिस दिन कुछ ऐसा हुआ की आज हमे ये कहानी लिखनी पढ़ रही हैं जिसको जानने के लिए आप इतनी देर तक पूरी कहानी पढ़ते हुए आ रहे हो दोनों अपने सफर पर चल देते हैं उसी समय सुभाष बताता है की कैसे उसके पेरेंट्स यानि की कुमारी इंदू के माता-पिता उसके घर आए थे और सारी बात बताए थे शादी को लेकर और इसी वक्त सुभाष इंदू को ये भी बता देता हैं की वो यहाँ पर यानि की कोझिकोड उसके साथ शादी करने के लिए ले जा रहा है।
जिसको सुनने के बाद इंदू तुरंत वहाँ से उठ जाती है और फिर बोलती है की ऐसा नहीं हो सकता दोनों के बीच इसी बात को लेकर बहस होने लगती है ट्रेन मे बैठे लोग दोनों को देखने लगते है की कैसे दोनों एक दूसरे से झगड़ रहे है जिसके बाद सुभाष इंदू से बोलता है की सब देख रहे हैं चलो किनारे बात करते हैं और उसको ट्रेन के गेट के पास ले जाता हैं जहां पर सुभाष इंदू से पूछता हैं की तुम मुझसे शादी करोगी या नहीं जहां पर इंदू मना कर देती है।
जिसके बाद वो यानि की सुभाष इंदू को वही से चलती हुई ट्रेन से गेट के बाहर फेक देता है और इंदू की ब्रिज से नीचे गिरने और पानी मे डूबने से उसकी मौत हो जाती हैं जिसके बाद सुभाष वापस घर चला जाता है और जब पुलिस के पास मामला पहुंचता हैं तब वो इसको एक सुसाइड का केस लिख कर हटा देते हैं लेकिन…..
कैसे खुलता है केस :
असल मे ये केस पुलिस के पास पहुंचता है तब वो तो सुसाइड बता देते हैं लेकिन जब इंदू के पिता कोर्ट मे अपील करते है तब एक क्राइम ब्रांच बैठाई जाती हैं वो जब अच्छे से छानबीन करती हैं तब जाके मालूम पड़ता हैं की ये मर्डर का केस था और सुभाष को सबूतों के साथ गिरफ्तार कर लेती हैं और कोर्ट उसे उम्रकैद की सजा देती हैं ये घटना उस समय खूब चर्चा मे थी और बहुत ज्यादा वायरल भी हुई थी इस घटना ने सबको हैरान कर के रख दिया था की जिसने प्यार किया उसी ने ट्रेन से नीचे फेककर मार डाला।