Pariksha Pe Charcha 2024: पीएम मोदी ने इंस्टाग्राम रील्स को लेकर कह दी बड़ी बात, क्या है पूरी खबर

Pariksha Pe Charcha 2024: आज के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के छात्रों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। पीएम ने करीब 3 हजार बच्चों और शिक्षकों से बातचीत कर उन्हें परीक्षा मे सफल होने के गुरुमंत्र दिए। साथ ही साथ ढेर सारी बाते भी उनके साथ करी और बीच बीच मे उन्होंने ऐसी भी बाते करी जिसे सुनकर हर कोई हैरान था, तो चलिए जानते है उन्होंने ऐसा Pariksha Pe Charcha 2024 मे क्या कहा।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बोर्ड परीक्षा (Board Exam) 2024 से पहले देश के 10वीं और 12वीं क्लास के तमाम बच्चों से “Pariksha Pe Charcha 2024″ कार्यक्रम के माध्यम से ढेर सारी बाते करी और उन्हे परीक्षा,तनाव,टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से लेकर सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम रील्स को लेकर कई सारी बाते बच्चों को समझाई और बताई

उन्होंने सीधा-सीधा तो नहीं लेकिन इशारों इशारों मे बता दिया की आज के बच्चे अपना ज्यादातर समय क्या करने और देखने मे बिताते है। पीएम मोदी ने बच्चों के साथ ही उनके पेरेंट्स को भी समझाया की परीक्षा के समय कैसे बच्चों की देखभाल करनी है उन्हे क्या खिलाना है, कैसे बात करना है , उनपे दबाव नहीं डालना है।

उन्‍होंने माता पिता से अपील की कि “बच्‍चों के परफॉर्मेंस और उनके रिपोर्ट कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड न बनाएं”, पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिस्‍पर्धा स्‍वस्‍थ होनी चाहिए, दोस्‍तों के प्रति जलन की भावना नहीं होनी चाहिए. जिस टॉपिक मे आप मजबूत हैं, वहां आप उनकी मदद करें और जिस विषय में वह मजबूत हो, वहाँ आप उनकी मदद लें. इससे दोनों मिलकर परीक्षा के तनाव को दूर कर पाएंगे। आगे भी उन्होंने कई ढेर सारी मजेदार बाते करी है जो आपको आगे संक्षेप में बताते है।

  • प्रधानमंत्री बनना है क्या आपको ?

तमिलनाडु से आए एक छात्र ने पूछा कि हम आपके जैसे सकारात्मक कैसे बन सकते हैं. आप इतना सब कैसे कर पाते है ?
इस सवाल के जवाब पर सबसे पहले प्रधानमंत्री जी ने ये पूछा की क्या आप भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हो, तैयारी कर रहे हो क्या. मुझे ये जानकर खुशी हुई की आप प्रधानमंत्री के तनाव को समझते हैं, नहीं तो लोगों को ये लगता है की इन्हे क्या है, हेलीकॉप्टर है, लोग हैं, जहां जाना चाहे, जब जाना चाहे ,वहां चले जाते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है.
मैं हर तरीके की परिस्थितियों के लिए तैयार रहता हूं. मैं ये मानता हूं कि कुछ भी है तो 140 करोड़ लोग मेरे साथ हैं. अगर लाखों -करोड़ समस्याएं हैं तो बिलियन और मिलियन समाधान भी है. मैं जानता हूं कि गलतियां हुईं तो गालियां  मुझे खानी होगी. इसलिए मैं हर चीज के लिए अपने आप को पहले से तैयार करके रखता हूँ ,
असल मे प्रधानमंत्री जी यहाँ पर बताना चाह रहे थे की लोग जितना आसान उनका जीवन समझते है असल मे उनका जीवन उतना आसान है नहीं प्रधानमंत्री जी की बात भी सही है हर कोई अपने जीवन मे मेहनत कर रहा है और अगर कोई उसकी मेहनत की तारीफ न करे तो कैसा लगेगा।
  •  30 सेकेंड लगता है डीप स्लिप जानें में ?

इसके जवाब मे प्रधानमंत्री जी ने कहाँ की आपके पास मेरे जितना काम नहीं है लेकिन आपको बता दूं कि 365 दिन अगर मैं लेटा नहीं तो मुझे 30 सेकेंड लगता है डीप स्लिप जानें में. क्योंकि जब मैं जागा हूँ तो वो मेरा जागृत अवस्था है उसमें मैं पूरी तरह जागा हूं और जब सोया हूं तो पूरी तरह सोया हूं.

बच्चों के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है. इसका यह मतलब नहीं कि आप लोग महंगी डाइट लेना शुरू कर दे बल्कि साधारण खान-पान में भी पौष्टिक आहार लिया जा सकता है. जो आपको बराबर खुद और बच्चों को देते रहना है , साथ ही बच्चों को परीक्षा के समय भी 5 से 10 मिनट का व्यायाम कराया जा सकता है. ताकि सब संतुलित रहे और इसका आपको फायदा भी होगा.

प्रधानमंत्री जी के जवाब देने का तरीका थोड़ा Casual है वो बताना चाह रहे है की भैया वो भी एक इंसान ही है कोई दूसरे गृह के प्राणी नहीं

  •   खुद सफल नहीं हुए तो वो भार बच्चों पर डाल दिया :

प्रधानमंत्री मोदी जी ने Pariksha Pe Charcha 2024 मे बच्चों के साथ ही साथ उनके माता-पिता को भी समझाया की परीक्षा को लेकर बच्चों पर दबाव न डाले उन्होंने खास जोर देकर बोला कि माँ-बाप बच्चों के रिपोर्ट कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड न बना ले। बच्चे अपने जीवन मे जो हासिल करना चाहते है जो बनना चाहते है उसमे उनकीं सहायता करे उनका प्रोत्साहन बढ़ाए न की उन पे जबरदस्ती कुछ और करने का दबाव बनाए ,

मोदी जी की बात भी सही है अब कई पेरेंट्स आईएएस बनना चाहते थे लेकिन बन नहीं पाते तो वो अपने बच्चों पर ये सपना डाल देते है की अब ये सपना तुम पूरा करो लेकिन उन्हे इस बात की कोई चिंता नहीं होतीं की उनका बच्चा क्या करना चाहता है फिर अंत मे बच्चा भी अपना सपना अपने बच्चों पर डाल देता है और ये साइकिल यूँही चलती रहती है तो भलाई इसी मे है की जो बच्चा जो करना चाह रहा जिस फील्ड मे उसका इन्टरेस्ट है उस फील्ड मे उसको जाने दे उसको और प्रोत्साहित करे की वो अपना सपना पूरा करे।

  •   पीएम मोदी ने इंस्टाग्राम रील्स को लेकर क्या कहा ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा के दौरान रील्स देखने वालों को भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि पहले आप मोबाईल का सबसे कम उपयोग किया करिए और अगर आप इस्तमाल करे भी तो रील्स न देखा करे वरना आप एक के बाद एक रील्स देखते जाएंगे और अपना सारा समय बर्बाद कर लेंगे जिसकी वजह से आपकी नींद भी खराब होगी। जो कुछ आपने पढ़ा है वो याद भी नही रहेगा। अब तो आधुनिक हेल्थ साइंस भी नींद के महत्व पर जोर देती है। आपकी नींद तय करती है आपका स्वास्थ्य कैसा है नींद का आपके स्वास्थ पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है  आप जिस उमर में हैं, उस समय मे अपने खानपान पर भी जोर दे ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार ले , एक्सर्साइज़ और व्यायाम को भी समय देते रहे ।

पीएम मोदी की बातों को सुनकर ऐसा लग रहा था मानो वो भी इंस्टाग्राम रील्स के चक्कर मे कभी फंसे रहे हो तभी तो इतनी गहरी समस्या जो आज के अधिकतर युवाओ की है उसको वो समझ पा रहे है हो सकता है वो भी अपनी और मेलोनी जी वाली रील्स को देखते हो कुछ कहा नहीं जा सकता ।

  •  परीक्षा से पहले 10 मिनट बैठ के किताबों को न याद करे बल्कि दोस्तों से हंसी-मजाक कर लें:

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में गुरुमंत्र देते हुए बोले की परीक्षा से 10 मिनट पहले अपने आप को शांत करे आराम से बैठे दोस्तों से हंजी-मजाक करे खुद में खो जाइए, हर पल को इन्जॉय करिए आप टेंशन से बाहर निकल जाएंगे, जिसके बाद आप परीक्षा मे अपना बेस्ट दे पाएंगे . बचपन से ही हमने अर्जुन और पंक्षी की आंख वाली कथा सुनते आए है इन्हें अपने जीवन में भी लागू करिए और बेफ़िकर होकर बिना किसी घबराहट के पेपर दीजिए

मोदी जी की बात भी सही है जिसने पूरे साल नहीं पढ़ा होगा वो आखिर के 10 मिनट मे क्या उखाड़ लेगा तो इससे बेहतर यही है की बचे हुए 10 मिनट मे अपने दिमाग को किसी तरह से शांत करे ताकि आप जो पढे है वो सही से लिख पाए और अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाए

 

 

 

 

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