सच्ची घटनाएँ; देश दुनियाँ मे कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो दिमाग लगा के थोड़ी सी जमीन पर ही मोटा मुनाफा कमा लेते हैं आज हम जिसकी बात करने जा रहे है उसने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया हैं वो महिला होते हुए भी बड़े बड़े धुरंधरों को पीछे कर चुकी हैं वो कहते हैं न “वो स्त्री है वो करने पे आए तो कुछ भी कर सकती हैं” मजाक तो ठीक है लेकिन उन्होंने जो किया हैं वो काबिले तारीफ हैं अब मैं ऐसा क्यू कह रहा हूँ वो आपको आगे मालूम चल जाएगा तो चलिए शुरू करते है और बताते हैं क्या है कहानी का पूरा सच
किसकी हैं कहानी :
ये कहानी फरुखाबाद की किसान जिनका नाम निशा हैं उनकी हैं उन्होंने खेती बाड़ी मे कुछ अलग करने की सोची और खुद को साबित करके भी दिखा दिया की ह उन्होंने जो बोल वो करके दिखाया भी उन्होंने छोटी सी जमीन पर कम लागत मे मोटा मुनाफा कमा कर दिखाया।
महिला किसान निशा बचपन से खेती किसानी वाले मध्यम परिवार मे बड़ी हुई हैं और हमेशा से उनका झुकाव खेती बाड़ी की तरफ ही रहा हैं निशा कहती हैं की वो हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करती रहती हैं जिसका ही नतीजा हैं की आज वो अपनी लागत का 8 गुना मुनाफा निकाल रही है।
कौन सी खेती करती हैं निशा :
याकूतगंज निवासी महिला किसान निशा देवी अच्छा मुनाफा कमाने के लिए तुरई की खेती करती हैं और अच्छा लाभ कमाती हैं निशा बताती हैं की उनके बाद से अब गाँव के के हर कोइ तोरई की खेती करने लगे हैं उन्होंने बताया की वो ऐसे समय मे तोरई की बुवाई करती हैं की जब फसल तैयार हो जाए तो मार्केट मे उसकीं मांग भी रहे जिसके चलते उसे वो आसानी से मार्केट मे बेच भी सके। उन्होंने ये भी बताया की उन्हे कभी भी नुकसान नहीं हुआ बल्कि हमेशा लाखों का फायदा ही हुआ इस फसल पे खेती करके
कितना आता हैं खर्चा और कितना हैं मुनाफा :
निशा बताती हैं की उनके पास एक बीघा जमीन थी जिसमे वो अलग अलग खेती करती थी साथ मे कुछ अलग शुरू किया और तोरई की खेती शुरू करी वो बताती हैं की करीब 1 बीघा पर उन्हे 2 से 3 हजार की लागत आती हैं और एक बार फसल तैयार हो जाने के बाद उसकी बाजार मे बिक्री कर देते हैं जो की अच्छे दाम पर करीब 50,000 से 60,000 रुपए का मुनाफा वो सीजन मे निकाल लेती हैं,
सिर्फ इतना ही नहीं वो आगे बताती हैं की जब फसल बिक जाती हैं उसके बाद जो पौधे होते हैं उनका जैविक खाद तैयार किया जाता मतलब की मुनाफा दोनों तरफ से हैं इधर से भी और उधर से भी तो उन्हे ये खेती करने पर बाकी फसल की खेती के मुकाबले ज्यादा मुनाफा होता हैं
निशा बताती हैं की इस फसल की खेती करने पर उन्हे लागत से करीब 2 से 3 गुना ज्यादा मुनाफा होता हैं रोचक बात ये भी हैं की उनकी ये खेती देखने के बाद अब गाँव के कई लोग यही खेती कर रहे हैं उनसे सीख लेकर के जो की बहुत अच्छी और बढ़िया बात हैं।
खेती करने का क्या है सही तरीका :
निशा आगे बताती हैं की खेती करने का सही तरीका क्या हैं वो बताती हैं की सबसे पहले खेत को अच्छे से समतल करके इसमे क्यारियाँ बनाकर पहले से तैयार की गई तोरई के पौधों को प्रति एक मीटर पर दो पौधों को रोप दिया जाता हैं, समय से इसमे सिंचाई करते हैं,
इसके बाद जब पौधे बड़े हो जाते हैं तो इनकी तोरई निकलती हैं जिसे मंडी मे बिक्री कर देते हैं फिर बचे हुए पौधों की जैविक खाद तैयार की जाती हैं साफ शब्दों मे बोलू तो उनको उसी खेत मे हरी खाद के रूप मे प्रयोग मे लिया जाता हैं।
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